ऑपरेशन ओलिविया (Operation Olivia)
भारतीय तटरक्षक बल हाल ही में ओडिशा में ओलिव रिडले कछुओं (Olive Ridley Turtles) की सुरक्षा के लिए ऑपरेशनओलिविया शुरू किया है।
इस अभियान के तहत, नवंबर 2020 से मई 2021 के बीच तटरक्षक बल ने 225 जहाज दिवस और 388 विमान घंटे देकर लगभग 3.49 लाख कछुओं की सुरक्षा की है।
ऑपरेशन ओलिविया क्या है?
‘ऑपरेशनओलिविया’ को सर्वप्रथम भारतीय तटरक्षक बल (ICG) द्वारा वर्ष 1980 के दशक की शुरुआत में प्रारंभ किया गया था। यह ऑपरेशन प्रतिवर्ष ‘ओलिवरिडले’ कछुओं की सुरक्षा करने में मदद करता है, जब वे नवंबर से दिसंबर के महीनों में प्रजनन के लिए ओडिशा तट पर घोंसला निर्मित करते हैं। इसके तहत तटरक्षक बल द्वारा फास्टपेट्रोलवेसल, इंटरसेप्टरक्राफ्ट, एयर कुशनवेसल और डोर्नियरएयरक्राफ्ट के माध्यम से नवंबर से मई तक 24 घंटे निगरानी की जाती है।
ओलिव रिडले कछुए (Olive Ridley Turtels)
- ओलिवरिडलेकछुओं को ‘अंतर्राष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ’(IUCN) की Red List में‘असुरक्षित’ (vulnerable) श्रेणी में सूचीबद्ध किया हुआ है। भारत में पाए जाने वाले समुद्री कछुओं को ‘भारतीय वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 की अनुसूची I में सम्मिलित किया गया है।
- इसके अलावा इन कछुओं को Convention of International Trade in Endangered Species (CITES) of Wild Fauna and Flora के परिशिष्ट I में भी सूचीबद्ध हैं।
- ओलिवरिडले के सामूहिक घोंसले को अरिबाडा (Arribada) कहा जाता है। गहिरमाथा, अस्टारंगा तट, देवी नदी का मुहाना और रुशिकुल्या भारत में ओडिशा तट से 4 अरिबाडा स्थल हैं।
स्त्रोत – द हिन्दू