मोबाइल फोन व ऐप्स में गोपनीयता एवं सुरक्षा संबंधी मुद्दों की पहचान
भारत के सुरक्षा समन्वयक ने मोबाइल फोन व ऐप्स में गोपनीयता एवं सुरक्षा संबंधी मुद्दों की पहचान करने के लिए नई परियोजना आरंभ की है ।
- राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय (NSCS) ने “मोबाइल गोपनीयता और सुरक्षा के लिए भारतीय नागरिक सहायता (Indian Citizens Assistance for Mobile Privacy – Security: I-CAMPS)” नामक एक परियोजना आरंभ की है।
- इसका उद्देश्य मोबाइल प्रणाली में गोपनीयता और सुरक्षा संबंधी मुद्दों की पहचान करना है। साथ ही, एप्लीकेशन, डिवाइस सुभेद्यताओं और असुरक्षित उपयोगकर्ता आदतों के कारण संभावित साइबर धोखाधड़ी को रोकना भी है।
- “ऐप स्टोर” के माध्यम से वितरित किए गए एप्लीकेशंस वर्तमान में सभी मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम के समक्ष सबसे बड़ा मैलवेयर जोखिम उत्पन्न करते हैं।
- ध्यातव्य है कि जाली ऐप्स व्यक्तिगत और वित्तीय जानकारी चुराने के उद्देश्य से ग्राहकों को अवैध वेबसाइटों की ओर ले जाते (रिडायरेक्ट) हैं।
- परियोजना के तहत, NSCS भारतीय नागरिकों की सहायता करने के लिए एक मोबाइल एप्लीकेशन और डेस्कटॉप साइट के साथ एक प्रौद्योगिकी आधारित प्लेटफॉर्म सृजित करेगा।
- ध्यातव्य है कि इस हेतु NSCS कई मंत्रालयों और सरकारी विभागों के साथ सहयोग कर रहा है। इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (IAMAI) को परियोजना के निष्पादन का कार्य सौंपा गयाहै।
NSCS के बारे में
- NSCS की अध्यक्षता राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार द्वारा की जाती है। इसे वर्ष 1998 के पोखरण द्वितीय परमाणु परीक्षणों के पश्चात् स्थापित किया गया था।
- यह प्रधान मंत्री के कार्यकारी कार्यालय के अधीन संचालित होता है। यह सरकार की कार्यकारी शाखा और खुफिया सेवाओं के मध्य संपर्क स्थापित करता है।
- इसके अतिरिक्त, खुफिया और सुरक्षा से संबंधित मुद्दों पर नेतृत्व संबंधी परामर्श भी प्रदान करता है।
स्रोत- द हिंदू