एपोफिस क्षुद्रग्रह
हाल ही में क्षुद्रग्रह एपोफिस के पृथ्वी के पास से गुजरने के दौरान खगोलविद इस अनन्त पत्थर की चट्टान का अवलोकन करने में व्यस्त थे/ गहन अवलोकन और अध्ययन के पश्चात नासा के वैज्ञानिकों ने घोषणा की कि पृथ्वी आगामी 100 वर्षों के लिए अपेक्षाकृत इस बड़े क्षुद्रग्रह के प्रभाव से सुरक्षित है।
एपोफिस:
- एपोफिस, पृथ्वी के निकट लगभग 1100 फिट बड़ा एक क्षुद्रग्रह है।
- 2004 में यह सुर्ख़ियों में तब आया जब इसके शुरुआती पर्यवेक्षण में पाया गया की यह 2029 में पृथ्वी से टकरा सकता है।
- खगोलविदों द्वारा एपोफिस के पृथ्वी की सतह से 19,662 मील (31,643 किमी) की मामूली दूरी पर अप्रैल 2029 को गुजरने की संभावना व्यक्त की गयी थी लेकिन बाद में नासा के वैज्ञानिकों द्वारा इसे खारिज कर दिया गया।
क्षुद्रग्रह:
- ये मंगल और वृहस्पति ग्रह के मध्य क्षेत्र में सूर्य की परिक्रमा करने वाले छोटे से लेकर बड़े पिंड हैं।
- पहला क्षुद्रग्रह, सेरेस 1819 में ग्यूसेप पियाज़ी द्वारा खोजा गया था।
- पृथ्वी को क्षुद्रग्रह के प्रभाव से बचाने के लिय नासा डबल ऐस्टेरायड रिडायरेकसन टेस्ट (DART) नामक मिशन को विकसित कर रहा है।
- वर्तमान मे ज्ञात क्षुद्रग्रहों की संख्या 1,048,565 है। इनकी उत्पत्ति ग्रहों के विष्फोट के फलस्वरूप टूटे हुए खंडों से हुई है। जापान के हायाबुसा अन्तरिक्ष यान ने इटाकावा नामक क्षुद्रग्रह की मिट्टी के नमूने को पृथ्वी तक भेजने मे सफलता हासिल की है।
स्रोत – इंडियन एक्सप्रेस