एकीकृत युद्ध समूहों (IBG)
हाल ही में सेनाध्यक्ष ने कहा है कि एकीकृत युद्ध समूहों (IBG) का निर्माण करने संबंधी विचार-विमर्श पूर्ण हो चुका है।
पश्चिमी मोर्चे पर होल्डिंग फॉर्मेशन और उत्तरी सीमाओं पर स्ट्राइक फॉर्मेशन को एकीकृत युद्ध समूहों (Integrated Battle Groups: IBG) में बदला जाएगा।
IBG “कोल्ड स्टार्ट रणनीति” के लिए अनिवार्य घटक है। यह रणनीति युद्ध की स्थिति उत्पन्न होने पर कुछ ही दिनों में पश्चिमी सीमा पर सैनिकों की तेजी से तैनाती पर आधारित है।
एकीकृत युद्ध समूह (IBG) के बारे में–
- IBG मुख्यतः ब्रिगेड-आकार का त्वरित और आत्मनिर्भर लड़ाकू सैन्य दल है। यह शत्रु सेना के खिलाफ तेजी से हमला करने में सक्षम है।
- प्रत्येक IBG 3Ts (Threat, Terrain and Task) अर्थात भेट (खतरा), टेरिन (क्षेत्र), और टास्क (कार्य) पर आधारित होगा। इन्हें इसी के अनुरूप संसाधन भी आवंटित किए जाएंगे।
- इनका आकार डिवीजन से छोटा होगा, ताकि लॉजिस्टिक्स पर कम भार पड़े।
- IBG को उनके निर्धारित ऑपरेशन क्षेत्र के निकट स्थापित किया जाएगा, ताकि वें सटीक और त्वरित कार्रवाई कर सकें। साथ ही, उनकी अवस्थिति के आधार पर, उन्हें तैनात करने में 12 से 24 घंटे से अधिक का समय नहीं लगेगा।
IBG निम्नलिखित दोनों प्रकार की भूमिकाएं निभाएगा:
- आक्रामक भूमिकाः इसमें सीमा पार ऑपरेशन शामिल हैं।
- रक्षात्मक भूमिकाः इसमें शत्रु के हमले का सामना करना शामिल है।
IBG से लाभ–
- 3Ts के आधार पर संसाधनों का कुशल आवंटन किया जा सकेगा।
- IBG की संरचना खतरे की प्रकृति पर आधारित होगी। इसलिए, अधिक प्रभावी प्रदर्शन हेतु सभी संभावित घटनाओं के संबंध में नियोजन और पूर्वाभ्यास संभव हो सकेगा।
स्रोत –द हिन्दू