एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल (ATGM)
हाल ही में रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने स्वदेशी रूप से विकसित लेज़र-गाइडेड एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल (Anti-Tank Guided Missiles – ATGM) का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है।
टैंक रोधी निर्देशित मिसाइलें:
- ATGMs मुख्य रूप से भारी बख्तरबंद सैन्य वाहनों को मार गिराने, और नष्ट करने के लिये डिज़ाइन किये गए हैं।
- मिसाइलों को एक ही सैनिक द्वारा बड़े त्रिपोड-माउंटेड वेपन तक ले जाया जा सकता है, जिसमें वाहन और विमान माउंटेड मिसाइल प्रणालियों के परिवहन तथा फायर करने हेतु एक दस्ते या टीम की आवश्यकता होती है।
- इस प्रकार की निर्देशित मिसाइलें इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल इमेजर (IIR) साधक, लेज़र या W-बैंड रडार साधक पर निर्भर करती हैं।
लेज़र–गाइडेड ATGMs:
- सभी स्वदेशी लेज़र निर्देशित ATGM विस्फोटक प्रतिक्रियाशील कवच (Explosive Reactive Armour -ERA) संरक्षित बख्तरबंद वाहनों को नष्ट करने के लिये टेंडेम हाई एक्सप्लोसिव एंटी-टैंक (HEAT) वारहेड का उपयोग करता है।
- ATGM को मल्टी-प्लेटफॉर्म लॉन्च क्षमता के साथ विकसित किया गया है और वर्तमान में MBT अर्जुन 120 मिमी राइफल्ड बंदूक तकनीकी मूल्यांकन परीक्षण से गुज़र रही है।
भारत की प्रमुख टैंक रोधी मिसाइलें:
- हेलिना: इसकी अधिकतम सीमा 7 किलोमीटर है और इसे एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर (HAL) के हथियारयुक्त संस्करण के एकीकरण हेतु डिज़ाइन एवं विकसित किया गया है। इस मिसाइल को दिन और रात किसी भी समय प्रयोग किया जा सकता है तथा यह पारंपरिक कवच एवं विस्फोटक प्रतिक्रियाशील कवच के साथ युद्धक टैंक को भेदने में सक्षम है।
- नाग: यह तीसरी पीढ़ी की ‘दागो और भूल जाओ’ (Fire-and-Forget) के सिद्धांत पर आधारित एक एंटी टैंक मिसाइल है, जिसे दुश्मन के टैंकों पर हमला करने हेतु विकसित किया गया है।
मैन–पोर्टेबल एंटी–टैंक गाइडेड मिसाइल (MPATGM):
- यह मैन-पोर्टेबल एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल है जिसमें पैदल सेना के उपयोग के लिये फायर-एंड-फॉरगेट और शीर्ष हमले की क्षमता के साथ इसकी रेंज 5 किलोमीटर है।
- SANT: यह एक स्मार्ट स्टैंड-ऑफ एंटी-टैंक मिसाइल है जिसे वायु सेना के टैंक-रोधी अभियान हेतु Mi-35 हेलीकॉप्टर से लॉन्च करने के लिये विकसित किया जा रहा है।
- अर्जुन मेन बैटल टैंक’ (MBT) ‘MK-1A’: अर्जुन मेन बैटल टैंक एक लेज़र-निर्देशित, सटीक-निर्देशित युद्ध सामग्री है। इसमे स्वदेशी रूप से विकसित 120mm राइफल और आर्मर पियर्सिंग फिन-स्टैबिलाइज़्ड डिस्करिंग सबोट (FSAPDS) युद्धोपकरण शामिल हैं।
स्रोत –द हिन्दू