भारत में ‘उपचारित अपशिष्ट जल (Treated Wastewater: TWW) का पुनरुपयोग’
हाल ही में भारत में उपचारित अपशिष्ट जल (Treated Wastewater: TWW) का पुनरुपयोग” शीर्षक से एक रिपोर्ट जारी की गई है।
यह रिपोर्ट काउंसिल ऑन एनर्जी, एनवायरनमेंट एंड वाटर ( CEEW) नामक एक गैर-लाभकारी नीतिगत शोध संस्थान ने जारी की है।
यह रिपोर्ट राष्ट्रीय स्तर पर TWW के फिर से उपयोग के लिए आर्थिक और बाजार की क्षमताओं का आकलन करती है।
रिपोर्ट के मुख्य निष्कर्ष
- वर्ष 2021 में कुल उपलब्ध TWW का बाजार मूल्य 630 मिलियन रुपये था।
- वर्ष 2021 में उपलब्ध TWW का उपयोग करके नई दिल्ली के आकार के नौ गुना क्षेत्र की सिंचाई की जा सकती थी ।
- सिंचाई में TWW का फिर से उपयोग करने से 2021 में ग्रीनहाउस गैस (GHG) उत्सर्जन में 1.3 मिलियन टन की कमी लायी सकती थी ।
TWW से संबंधित वर्तमान नीतियों से जुड़े मुद्दे:
- केवल कुछ राज्य ही TWW के पुनरुपयोग के लिए क्षेत्रों की पहचान करते हैं और क्षेत्रों की प्राथमिकता निर्धारित करते हैं,
- TWW के पुनरुपयोग के लिए प्रोत्साहनों की कमी है,
- TWW गुणवत्ता मानकों को परिभाषित नहीं किया गया है आदि।
प्रमुख सिफारिशें
- अपशिष्ट जल को जल संसाधनों का एक अभिन्न अंग माना जाना चाहिए । इसलिए, जल प्रबंधन से संबंधित सभी नीतियों, योजनाओं और विनियमों में इसे भी एक महत्वपूर्ण घटक बनाना चाहिए ।
- सुरक्षित निकासी और पुनरुपयोग, दोनों मामलों में जल गुणवत्ता मानकों को अच्छी तरह से परिभाषित करने की आवश्यकता है।
- शहरी स्थानीय निकायों को शहर स्तरीय अपशिष्ट जल के पुनरुपयोग की दीर्घकालिक योजनाओं को तैयार करने और अपनाने के लिए सशक्त किया जाना चाहिए।
- अपशिष्ट जल उपचार की प्रभावशीलता के लिए आवश्यकता – आधारित और मांग- संचालित तकनीकी प्रगति की जरूरत है।
स्रोत – द हिन्दू