उत्तर पूर्वी अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र (North Eastern Space Applications Center)
- हाल ही में केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने शिलांग में उत्तर पूर्वी अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र (North Eastern Space Applications Centre-NESAC) के बहुउद्देयशीय सम्मेलन केंद्र और प्रदर्शनी सुविधा का शिलान्यास किया।
- केन्द्रीय गृह मंत्री ने जनवरी में NESAC बैठक में पूर्वोत्तर राज्यों में बाढ प्रबंधन के लिए NESAC का इस्तेमाल करने का निर्देश दिया था, इस बैठक में उन्हें बताया गया कि इस संबंध में 110 परियोजनाओं का प्रारूप तैयार किया गया है।
- गृह मंत्री ने कहा कि NESACसोसाइटी के माध्यम से हमारी योजनाओं को वैज्ञानिक आधार मिल सकता है और इनकी नींव पर उत्तर-पूर्व को विकसित करना है।गृह मंत्रालय और NESAC के कॉरडिनेशन से बाढ़ प्रबंधन के लिए सिंगल विंडो बनाया जाएगा, जिससे समय पर राज्यों को आपदा की जानकारी मिल सके।
इस संदर्भ में महत्वपूर्ण बिन्दु:
- अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी के उपयोग द्वारा पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास में सहायता के लिए मेघालय में शिलांग के पास उमियाम में स्थापित उत्तर-पूर्वी अंतरिक्ष अनुप्रयोगकेंद्र (एनई-सैक), अंतरिक्ष विभाग और पूर्वोत्तर परिषद की एक संयुक्त पहल है।
- इस केन्द्र को यहां अव्वल दर्जे की तकनीकी आधारभूत सुविधाओं को विकसित करने का दायित्व सौपा गया है, ताकि पूर्वोत्तर के राज्य अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी से प्राप्त सूचनाओं को अपना कर अपने क्षेत्र का विकास कर सकें।
- इस समय उत्तर पूर्वी अंतरिक्ष उपयोग केंद्र (एनई-सैक) सुदूर संवेदन, भौगोलिक सूचना प्रणाली (जीआईएस) व उपग्रह संचार के प्रयोग से विशिष्ट परियोजनाओं को चलाने के अलावा अंतरिक्षविज्ञान अनुसंधान कार्यों में भी सहयोग कर रहा है।
उत्तर-पूर्वी अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्रके संदर्भ में:
उत्तर-पूर्वी अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र सितंबर, 2000 में अंतरिक्ष विभाग, भारत सरकार और उत्तर-पूर्वी परिषद की संयुक्त पहल द्वारा स्थापित एक क्षेत्रीय अंतरिक्ष केंद्र है, जो उत्तर-पूर्वी राज्यों में प्राकृतिक खनिजों की खोज के लिए रिमोट सेंसिंग तकनीक के उपयोग में तेजी लाता है। अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी का उपयोग करके भारत के उत्तर-पूर्वी राज्यों के समग्र विकास को बढ़ावा देना।
स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस