उड़ान योजना (उड़े देश का आम नागरिक)
सरकार ने हाल ही में छोटे शहरों को महानगरों से जोड़ने के लिए उड़ान योजना के तहत नई उड़ानों की घोषणा की है।
इन उड़ानों के लिए देश के अन्दर कम उपयोग किए जाने वाले हवाई अड्डों का उपयोग किया जाता हैं, और इनके माध्यम से देशके लोगों को सस्ती उड़ानें प्रदान करने का प्रयास किया जाता है।
पृष्ठभूमि:
उड़ान केंद्र सरकार की योजना है, इसका पूर्ण नाम UDAN अर्थात Ude Desh Ka Aam Nagrik है । इस क्षेत्रीय संपर्क योजना के तहत 100 कम उपयोग किए जाने वाले हवाई अड्डों के संचालन और कम से कम 1,000 हवाई मार्गों को आरम्भ करने की योजना पर कार्य किया जा रहा है।
उड़ान योजना के बारे में:
- इस योजना का उद्देश्य देश के दूरस्थ और क्षेत्रीय क्षेत्रों से संपर्क स्थापित करना एवं हवाई यात्रा को सभी के लिए वहनीय बनाना है।
- इसे जून 2016 में लॉन्च किया गया था। यह प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र की राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन नीति का एक प्रमुख घटक है ।
- इस योजना के अंतर्गत, UDAN की फ्लाइट्स में लगभग आधी सीटें रियायती किराए पर प्रदान की जाती हैं, और भाग लेने वाले कैरीएर्स को एक निश्चित राशि की ‘व्यवहार्यता अंतराल निधि’ (viability gap funding– VGF) भी प्रदान की जाती है, जोकि केंद्र और संबंधित राज्यों के मध्य साझा की जाती है।
- उड़ान योजना को केंद्र सरकार और राज्य सरकारों से संयुक्त रूप वित्त पोषित किया जायेगा । यह योजना 10 वर्ष तक चालू रहेगी, और बाद में इसे आगे भी इसे बढ़ाया जा सकता है।
उड़ान 4.0:
- उड़ान का चौथे दौर (UDAN 0) दिसंबर 2019 में पूर्वोत्तर क्षेत्रों, पहाड़ी राज्यों और द्वीपों पर विशेष ध्यान केन्द्रित करने के उद्देश्य के साथ शुरू किया गया था।
- भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण (AAI) द्वारा पहले ही विकसित किए गए हवाई अड्डों को इस योजना के अंतर्गत व्यवहार्यता अंतराल निधि (VGF) के लिए अधिक प्राथमिकता प्रदान की गई है।
- उड़ान 4. 0 के तहत, हेलीकॉप्टर और सी-प्लेन के संचालन को भी सम्मिलित किया गया है।
स्रोत – पी आई बी