उज्जवला 2.0 (UJJWALA 2.0)
हाल ही में 10 अगस्त, 2021 को महोबा उत्तर प्रदेश में प्रधानमंत्री ने लोगों को एलपीजी कनेक्शन सौंप कर उज्ज्वला 2.0 (प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना – पीएमयूवाई) का शुभारंभ किया ।
उज्ज्वला योजना
उज्ज्वला 1.0 (UJJWALA 1.0)
- यह केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय द्वारा कार्यान्वित किया जाता है। उज्जवला 1.0 को 2016 में लॉन्च किया गया था, जिसके दौरान बीपीएल परिवारों की 5 करोड़ महिला सदस्यों को जमा मुक्त (Deposit free) एलपीजीकनेक्शन प्रदान करने का लक्ष्य रखा गया था।
- इसके बाद अप्रैल 2018 में इस योजना का विस्तार सात और श्रेणियों (एससी/एसटी, पीएमएवाई, एएवाई, सबसे पिछड़ा वर्ग, चाय बागान, वनवासी आदि) की महिला लाभार्थियों को शामिल करने के लिए किया गया था।
- इसके तहत स्टोव और रीफिल लागत (ब्याज मुक्त ऋण) के लिए ईएमआई की सुविधा दी जाएगी। यह योजना प्रधान मंत्री के ‘गिवइट अप कैंपेन (Give It Up Campaign)’ की पूरक है, जिसके माध्यम से बड़ी संख्या में मध्यम वर्गीय परिवारों ने स्वेच्छा से अपनी रसोई गैससब्सिडी छोड़ दी है।
- लक्ष्य को संशोधित कर 8 करोड़ एलपीजी कनेक्शन कर दिया गया और लक्ष्य की तारीख से सात महीने पहले अगस्त 2019 में यह लक्ष्य हासिल कर लिया गया था।
उज्ज्वला 2.0
- वित्त वर्ष 21-22 के केंद्रीय बजट में पीएमयूवाई योजना के तहत एक करोड़ अतिरिक्त एलपीजी कनेक्शन के प्रावधान की घोषणा की गई थी।
- यह एक करोड़ अतिरिक्त पीएमयूवाई कनेक्शन (उज्ज्वला 2.0 के तहत) का उद्देश्य उन कम आय वाले परिवारों को जमा-मुक्त एलपीजी कनेक्शन प्रदान करना है, जिन्हें पीएमयूवाई के पहले चरण के तहत कवर नहीं किया जा सका था।
- जमा मुक्त एलपीजी कनेक्शन के साथ, उज्ज्वला 2.0 लाभार्थियों को पहली रिफिल और हॉटप्लेट (स्टोव) मुफ्त प्रदान करेगी।
- साथ ही, नामांकन प्रक्रिया के लिए न्यूनतम कागजी कार्रवाई की आवश्यकता होगी। उज्ज्वला 2.0 में प्रवासियों को राशन कार्ड या एड्रेस प्रूफ जमा करने की जरूरत नहीं होगी।
- ‘पारिवारिक घोषणा’ और ‘पते के प्रमाण’ दोनों के लिए एक स्व-घोषणा (Self-Declaration) पर्याप्त होगी। उज्ज्वला 2.0 एलपीजी तक सार्वभौमिक पहुंच के प्रधान मंत्री के दृष्टिकोण को प्राप्त करने में मदद करेगी।
स्रोत – पीआईबी