10% इथेनॉल मिश्रण का लक्ष्य हासिल
हाल ही में भारत ने पेट्रोल में 10% इथेनॉल मिश्रण का लक्ष्य हासिल किया ।
पेट्रोल में 10% इथेनॉल मिश्रण (ethanol blending) का मूल लक्ष्य नवंबर 2022 तक हासिल करना निर्धारित किया गया था।
केंद्र सरकार ने वर्ष 2025 तक पेट्रोल में 20% इथेनॉल मिश्रण (जिसे E20 भी कहा जाता है) का लक्ष्य रखा था।
इथेनॉल मिश्रण को एक ऐसे मिश्रित मोटर ईंधन के रूप में परिभाषित किया जाता है, जिसमें इथाइल अल्कोहल होता है। यह कम से कम 99% शुद्ध होता है।
यह इथेनॉल कृषि उत्पादों से प्राप्त होता है और विशेष रूप से गैसोलीन के साथ मिश्रित किया जाता है। चूंकि, यह पादप आधारित उत्पाद है, इसलिए इसे नवीकरणीय इंधन माना जाता है।
इथेनॉल मिश्रण में सुधार के लिए किए गए उपाय:
- सरकार ने मक्का और भारतीय खाद्य निगम के चावल से इथेनॉल का लाभकारी मूल्य तय किया सरकार चीनी मिलों और आसवनियों (डिस्टिलरीज) को उनकी आसवन क्षमता बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित कर रही है।
- इसके लिए सरकार उन्हें बैंकों से ऋण लेने की सुविधा प्रदान कर रही है। सरकार ऐसे ऋणों पर 6% तक की ब्याज छूट वहन कर रही है।
- पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय (MOPNG) ने बायो-इथेनॉल (E100) की सीधी बिक्री की अनुमति देने के लिए मोटर स्पिरिट और हाई-स्पीड डीजल (आपूर्ति, वितरण और कदाचार निवारण) आदेश, 2005 में संशोधन किया है।
- इथेनॉल के स्वदेशी उत्पादन को बढ़ाने के लिए इथेनॉल सम्मिश्रण कार्यक्रम Ethanol Blended Programme (EBP) शुरू किया गया है।
- अमेरिका, ब्राजील, यूरोपीय संघ और चीन के बाद भारत विश्व का पांचवां सबसे बड़ा इथेनॉल उत्पादक देश है।
इथेनॉल मिश्रण का महत्व:
- प्रदूषण कम करता है।
- बायोमास से बने इथेनॉल के दहन को वायुमंडलीय दृष्टिकोण से कार्बन तटस्थ माना जाता है। ऐसा इसलिए, क्योंकि जैसे-जैसे बायोमास बढ़ता है, यह CO को अवशोषित करता जाता है, जो इथेनॉल के दहन पर उत्पादित CO, को समायोजित कर सकता है।
- यह भारत की ऊर्जा आयात निर्भरता को कम करेगा। इस प्रकार कच्चे तेल के आयात बिल को कम करने में मदद मिलेगी।
- यह किसानों और चीनी मिलों के लिए लाभदायक है।
स्रोत –द हिन्दू