हाल ही में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (CCEA) ने गन्ना किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए इथेनॉल के मूल्य में वृद्धि को स्वीकृति प्रदान की है ।
मंत्रिमंडल ने आगामी चीनी सीजन वर्ष 2021-22 के लिए इथेनॉल का उच्च मूल्य निर्धारित करने को स्वीकृति प्रदान कर दी है। यह निर्णय इथेनॉल मिश्रित पेट्रोल (Ethanol Blended Petrol: EBP) कार्यक्रम के तहत विभिन्न गन्ना आधारित कच्चे माल से प्राप्त इथेनॉल से संबंधित है।
तेल के सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों को भी 2G (दूसरी पीढ़ी) एथेनॉल की कीमत तय करने की स्वतंत्रता दी जाएगी, क्योंकि इससे उन्नत जैव-ईंधन रिफाइनरी स्थापितकरने में मदद मिलेगी।
इस निर्णय के लाभः
- इथेनॉल आपूर्तिकर्ताओं के लिए मूल्य स्थिरता और लाभकारी मूल्य की प्राप्ति संभव होगी।
- गन्ना किसानों के बकाया और कच्चे तेल के आयात पर निर्भरता को कम करने में सहायता मिलेगी।
- विदेशी मुद्रा की बचत और पर्यावरणीय लाभों में वृद्धि होगी।
- सरकार इथेनॉल मिश्रित पेट्रोल (EBP) कार्यक्रम को कार्यान्वित कर रही है। इसके अंतर्गत तेल विपणन कंपनियां 10% तक इथेनॉल मिश्रित पेट्रोल का विक्रय करती हैं।
- अंडमान निकोबार और लक्षद्वीप को छोड़कर संपूर्ण भारत में इस कार्यक्रम का विस्तार किया गया है।
- सरकार ने वर्ष 2022 तक इथेनॉल के 10% मिश्रण और वर्ष 2023 तक 20% मिश्रण तक पहुंचने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
जैव इंधन की विभिन्न पीढ़ियों को उत्पादन के लिए उपयोग किये जा रहे कच्चे माल के आधार पर परिभाषित किया गया है:
- 1G जैव-इथेनॉल मक्के के बीज और गन्ने का संश्लेषण है।
- 2G जैव-इथेनॉल फसल उत्पादन के पश्चात् शेष अखाध कृषि अपशिष्ट का उपयोग किया जाता है।
- 3G सूक्ष्मजीवों का उपयोग किया जाता है।
- 4G: कार्बन कैप्चर और स्टोरेज तकनीक के क्षेत्र में पादप जीवविज्ञान तथा जैव प्रौद्योगिकी (मेटाबॉलिक इंजीनियरिंग) में विकास।
संबंधित तथ्य:
- आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने कपास सीजन 2014-15 से 2020-21 के दौरान भारतीय कपास निगम (CCI) के लिए समर्पित मूल्य समर्थन हेतु मंजूरी दे दी है।
- मूल्य समर्थन कीमतों को स्थिर करने और किसानों के आर्थिक संकट को कम करने में मदद करता है।
- कपास एक सबसे महत्वपूर्ण नकदी फसल है। यह लगभग 58 लाख कपास उत्पादक किसानों के साथ-साथ कपास प्रसंस्करण और व्यापार में लगे 400 से 500 लाख लोगों की आजीविका कायम रखने में एक प्रमुख भूमिका निभाता है।
स्रोत – पी आई बी