इंडियन रॉयल जेली (Indian Royal Jelly)
हाल ही में पुणे स्थित शोधकर्ताओं के अनुसार, इंडियन रॉयल जेली थाईलैंड और ताइवान में उत्पादित उच्च गुणवत्ता वाले विक्रेताओं से आगे निकल गई है।
मुख्य बिंदु
- रॉयल जेली एक अच्छे एंटीऑक्सीडेंट के रूप में जानी जाती है। यह प्रजनन संबंधी समस्याओं वाली महिलाओं की मदद करती है।
- इंडियन रॉयल जेली 2019 में भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) द्वारा निर्धारित ISO-निर्धारित मानकों को पूरा करती है।
- 2019 से पहले भारत में रॉयल जेली के लिए कोई निर्धारित मानक नहीं थे।
रॉयल जेली
- रॉयल जेली एक सफेद या हल्के पीले रंग का शहद और मधुमक्खियों के हाइपोफरीन्जियल और मेन्डिबुलर ग्रंथियों से निकलने वाले पदार्ध का मिश्रण है ।
- इसमें 60-70 प्रतिशत नमी या पानी, 1-10 प्रतिशत लिपिड, 0.8-3 प्रतिशत खनिज, 9-18 प्रतिशत प्रोटीन, 7 प्रतिशत चीनी आदि होते हैं। इसका उपयोग युवा लार्वा और वयस्क रानी मधुमक्खियों के भोजन के रूप में किया जाता है।
रॉयल जेली का संग्रहण
रॉयल जेली को उत्पादन के ठीक बाद, पैकेजिंग के दौरान और साथ ही उपभोक्ता के पास कम तापमान पर संग्रहीत किया जाता है। ताजी रॉयल जेली को स्टोर करने के लिए उचित तापमान -20 डिग्री सेल्सियस से नीचे है। नमी को दूर करने के लिए फ्रीजड्रायर (एक विशेष मशीन) की आवश्यकता होती है।
स्रोत – द हिन्दू