इंटरनेट पर वायरल हुआ हिम तेंदुआ
हाल ही में विश्व पृथ्वी दिवस से कुछ दिन पूर्व इंटरनेट परहिम तेंदुए की तस्वीर वायरल हो रही थी।
हिम तेंदुआ के संबंध में मुख्य तथ्य:
- हिम तेंदुआ का वैज्ञानिक नाम पैंथेरा अनकिया (Pantherauncia) है। इसका मूल आवास मध्य और दक्षिणी एशिया के पर्वतीय क्षेत्र हैं ।
- भारत में यह पश्चिमी हिमालय के जम्मू और कश्मीर तथा हिमाचल प्रदेश एवं पूर्वी हिमालय के उत्तराखंड, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश राज्यों में पाया जाता है ।
- भारत में हिम तेंदुओं के लिए लद्दाख में स्थित हेमिस नेशनल पार्क भारत का सबसे बड़ा राष्ट्रीय उद्यान है । इसमें हिम तेंदुओं की सर्वाधिक संख्या पाई जाती है।
हिम तेंदुआ की स्थिति:
- हिम तेंदुए को अंतर्राष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ (आईयूसीएन )की रेड लिस्ट में सूचीबद्ध किया गया है।
- एवं विलुप्तप्राय प्रजातियों के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के रोकथाम हेतु बने एक संगठन “ वन्य जीवों एवं वनस्पतियों की लुप्तप्राय प्रजातियों के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार पर कन्वेंशन (Convention on International Trade in Endangered Species of Wild Fauna and Flora-CITES) के परिशिष्ट-I में भी इसे सूचीबद्ध किया गया है।
- CITES को 1963 में अंतर्राष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ (IUCN) के सदस्यों की बैठक में अपनाए गए एक मसौदे के आधार पर निर्मित किया था ।CITES 1 जुलाई 1975 को लागू हुआ।
- हिम तेंदुआ को भारतीय वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम ,1972 की अनुसूची-I में भी सूचीबद्ध किया गया है। साथ ही यह ‘कन्वेंशन ऑन माइग्रेटरी स्पीशीज़’ (CMS) में भी सूचीबद्ध है।
भारत में इसके संरक्षण के प्रयास:
- भारत सरकार द्वारा हिम तेंदुए को उच्च हिमालय की एक प्रमुख प्रजाति के रूप संरक्षित किया जाता है । भारत हिम तेंदुए के संरक्षण पर बने “वैश्विक हिम तेंदुआ एवं पारिस्थितिकी तंत्र संरक्षण (GSLEP) कार्यक्रम” का वर्ष 2013 से हीभागीदार रहा है ।
- हिमालय के लोगों द्वारा “हिमालय संरक्षक” नाम के स्वयंसेवक कार्यक्रम द्वारा भी इसे संरक्षित किया जाता है
- हिम तेंदुओं की जनगणना हेतु वर्ष 2019 में ‘स्नो लेपर्ड पॉपुलेशन असेसमेंट’कार्यक्रम भी लॉन्च किया गया है।
- हिम तेंदुओं और उनके निवास स्थान के संरक्षण के लियेवर्ष 2009 में हिम तेंदुआ परियोजना प्रारंभ की गई है ।
- साथ ही हिम तेंदुओं के प्रजनन हेतु पद्मजा नायडू हिमालयन ज़ूलॉजिकल पार्क, दार्जिलिंग और पश्चिम बंगाल में कार्यक्रम चलाया जा रहा है।
हिम तेंदुआ संरक्षण प्रजनन कार्यक्रम(GSLEP)
यह हिम तेंदुए रेंज वाले प्रमुख 12देशों का एक उच्च स्तरीय अंतर-सरकारी गठबंधन है। इसमें भारत, नेपाल, भूटान, चीन, मंगोलिया, रूस, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, किर्गिज़स्तान, कज़ाखस्तान, ताजिकिस्तान और उज़्बेकिस्तान शामिल हैं।
स्रोत – द हिंदू