आरटी पीसीआर रिपोर्ट की सीटी वैल्यू और कोविड-19 संक्रमण के मध्य अंतर-संबंध
कुछ विशेषज्ञों कोविड-19 की आरटी-पीसीआर रिपोर्ट की सीटी वैल्यू अगर अधिक है तो इसका अभिप्राय है कि संक्रमित व्यक्ति में संक्रमण की मात्रा कम है। रिपोर्ट में सीटी वैल्यू कम होने को संक्रमण के ज्यादा होने से जोड़कर देखा जा रहा है। हालांकि, आईसीएमआर के अनुसार सीटी वैल्यू का बीमारी की गंभीरता से कोई लेना-देना नहीं है।
क्या होता है सीटी वैल्यू?
- सीटी वैल्यू को ‘सायकल थ्रैशहोल्ड’ कहा जाता है। अर्थात व्यक्ति में संक्रमण का पता लगाने (डिटेक्ट करने) के लिए कितनी बार साइकिल की जरूरत पड़ी।
- व्यक्ति में वायरस डिटेक्ट करने के लिए अगर बहुत ज्यादा सायकल की जरूरत पड़ी तो इसका अभिप्राय है कि व्यक्ति के शरीर में वायरस की मात्र कम थी और अगर संक्रमण का पता कम ही सायकल में चल गया तो इसका अभिप्राय निकाला जाता है कि व्यक्ति में वायरस की संख्या अधिक थी।
- स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. अमोल अन्नदाते के अनुसार सीटी वैल्यू व्यक्ति में संक्रमण की मात्रा को नहीं बताता, अपितु यह केवल यह बताता है कि व्यक्ति संक्रमित है या नहीं।
सीटी वैल्यू की बीमारी की गंभीरता से संबंध:
- कई विशेषज्ञों के अनुसार सीटी वैल्यू के कम होने पर व्यक्ति पर संक्रमण का ज्यादा खतरा होता है, और वह कई लोगों को संक्रमित कर सकता है। लेकिन ऐसा बहुत बार देखा गया है कि कम सीटी वैल्यू वाले लोग आसानी से संक्रमण से ऊबर गए जबकि ज्यादा सीटी वैल्यू लोग गंभीर रूप से कोरोना से संक्रमित हुए।
- सीटी वैल्यू अधिकतर व्यक्ति की प्रतिरोधक क्षमता पर निर्भर करती है। सीटी वैल्यू अगर आधिक है तो आप गंभीर रूप से बीमार नहीं होंगे, इसका कोई स्पष्ट प्रमाण नहीं है।
भारत में अलग-अलग आरटी-पीसीआर किट का प्रयोग:
- भारत में विभिन्न जगहों पर अलग-अलग आरटी-पीसीआर किट प्रयुक्त किए जा रहे हैं। हर जगह की किट भी अलग-अलग है। एक किट की सीटी वैल्यू दूसरे किट पर पृथक हो सकती है।
- संक्रमित व्यक्ति का सीटी वैल्यू निम्नलिखित पर निर्भर करता है:
- सैंपल किस प्रकार से लिया गया है?
- उसकी जांच किसने की है?
- व्यक्ति से कितना सैंपल लिया गया?
- उसकी जांच कितने घंटे बाद की गई?
- सीटी वैल्यू तापमान पर भी निर्भर करती है।
- अतः सीटी वैल्यू को लेकर बहुत घबराने की जरूरत नहीं है। आरटी-पीसीआर टेस्ट में रिपोर्ट यदि पॉजिटिव आती है तो व्यक्ति को इसका इलाज अति शीघ्र शुरू कर देना चाहिए।
दुनिया भर में सीटी वैल्यू का कट ऑफ 35-40 के मध्य:
आईसीएमआर के अनुसार दुनिया भर में सीटी वैल्यू का कट ऑफ 35-40 के बीच रखा गया है। सभी मरीज जिनकी सीटी वैल्यू 35 या उससे कम है उसे पॉजिटिव माना जाएगा जबकि 35 से ज्यादा सीटी वैल्यू वाले लोग निगेटिव होंगे। यही नहीं 35 या इससे कम सीटी वैल्यू वाले मरीजों की दोबारा जांच करनी जरूरी है। सीटी वैल्यू का कट ऑफ 24 नहीं रखा जा सकता क्योंकि ऐसा करने पर कई मरीजों में संक्रमण का पता नहीं चल पाएगा और इससे संक्रमण बढ़ेगा।
Source – PIB