आयुर्वेद में अनुसंधान और विकास को बढ़ावा देने हेतु स्मार्ट (SMART) कार्यक्रम शुरू
हाल ही में देश में आयुर्वेद में अनुसंधान और विकास को बढ़ावा देने के लिए आयुर्वेद से जुड़े पेशेवरों हेतु स्मार्ट (SMART) कार्यक्रम शुरू किया गया है।
स्मार्ट/SMART कार्यक्रम का पूरा नाम स्कोप फॉर मेनस्ट्रीमिंग आयुर्वेद रिसर्च इन टीचिंग प्रोफेशनल्स है। इसे भारतीय चिकित्सा प्रणाली के लिए राष्ट्रीय आयोग (NCISM) और केंद्रीय आयुर्वेदीय विज्ञान अनुसंधान परिषद (CCRAS) ने शुरू किया है। ये दोनों संस्थान आयुष मंत्रालय (MoA) के अधीन आते हैं ।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य आयुर्वेद कॉलेजों और अस्पतालों के माध्यम से आयरन की कमी वाले एनीमिया, मोटापा जैसे प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल अनुसंधान क्षेत्रों में वैज्ञानिक अनुसंधान को बढ़ावा देना है।
यह शिक्षकों को स्वास्थ्य अनुसंधान के निर्धारित क्षेत्रों में परियोजनाओं को शुरू करने और एक बड़ा डेटाबेस तैयार करने के लिए प्रेरित करेगा ।
आयुर्वेद को बढ़ावा देने के लिए की गई पहलें–
- केंद्रीय क्षेत्रक की योजना आयुष औषधि गुणवत्ता एवं उत्पादन संवर्धन योजना (AOGUSY) शुरू की गई है।
- गोवा में 9वीं विश्व आयुर्वेद कांग्रेस का आयोजन किया गया है। इसका उद्देश्य वैश्विक स्तर पर चिकित्सा की आयुष प्रणाली की प्रभावकारिता और क्षमता को दर्शाना था।
भारतीय चिकित्सा प्रणाली के लिए राष्ट्रीय आयोग (NCISM) के बारे में
- यह NCISM अधिनियम, 2020 द्वारा आयुष मंत्रालय के तहत स्थापित एक वैधानिक संस्था है। इसका उद्देश्य चिकित्सा शिक्षा को विनियमित करना है ।
- यह गुणवत्तापूर्ण और वहनीय चिकित्सा शिक्षा तक पहुंच में सुधार करने की दिशा में काम करता है।
- साथ ही, यह देश के सभी हिस्सों में भारतीय चिकित्सा प्रणाली के पर्याप्त और उच्च गुणवत्ता वाले चिकित्सा पेशेवरों की उपलब्धता सुनिश्चित करता है।
स्रोत – पी.आई.बी.