UNSC-CTC (आतंकवाद रोधी समिति) की विशेष बैठक भारत में आयोजित
हाल ही में, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) आतंकवाद रोधी समिति (CTC) की विशेष बैठक भारत में आयोजित हुई थी। इस बैठक में UNSC-CTC ने “दिल्ली घोषणा-पत्र” अपनाया है।
वर्ष 2001 में यूएनएससी-सीटीसी की स्थापना के बाद से भारत में इस तरह की यह पहली बैठक होगी। संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि (रुचिरा कंबोज) वर्ष 2022 के लिये सीटीसी की अध्यक्ष के रूप में कार्यरत हैं।
थीम: आतंकवादी उद्देश्यों के लिये नई और उभरती प्रौद्योगिकियों के उपयोग का मुकाबला करना।
UNSC –CTC के बारे में
- CTC की स्थापना संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) के संकल्प 1373 (वर्ष 2001) के माध्यम से की गई थी।
- इसे संयुक्त राज्य अमेरिका में 11 सितंबर, 2001 में हुए आतंकवादी हमलों के बाद स्थापित किया गया था। समिति में सुरक्षा परिषद के सभी 15 सदस्य शामिल हैं।
- पाँच स्थायी सदस्य: चीन, फ्राँस, रूसी संघ, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका तथा दस गैर-स्थायी सदस्य महासभा द्वारा दो साल के कार्यकाल के लिये चुने जाते हैं।
- कार्यादेश(Mandate) – इसे स्थानीय से अंतर्राष्ट्रीय, हर स्तरों पर देशों की कानूनी और संस्थागत आतंकवाद-रोधी क्षमताओं में वृद्धि के लिए उठाए गए कदमों के कार्यान्वयन की निगरानी का कार्य सौंपा गया है।
इन कदमों में निम्नलिखित शामिल हैं:
- आतंकवाद के वित्तपोषण को अपराध घोषित करना,
- आतंकवादियों को सुरक्षित शरण देने की प्रवृत्ति को हतोत्साहित करना,
- आतंकवादी समूहों के लिए सभी प्रकार की वित्तीय के सहायता को रोकना आदि।
- संकल्प 1535 (2004) के तहत आतंकवाद-रोधी समिति कार्यकारी निदेशालय (CTED) की स्थापना की गई थी। यह CTC के काम में सहायता प्रदान करता है।
स्रोत – द हिन्दू