आईएनएस कृपाण
हाल ही में आईएनएस कृपाण को भारतीय नौसेना से सेवामुक्त कर पूर्ण हथियार पूरक के साथ वियतनाम पीपुल्स नेवी को सौंप दिया गया है।
यह भारत द्वारा किसी भी मित्रवत विदेशी देश को पूरी तरह से परिचालन कार्वेट उपहार में देने का पहला अवसर है।
आईएनएस कृपाण के बारे में
आईएनएस किरपान तीसरी स्वदेश निर्मित खुखरी श्रेणी की मिसाइल कार्वेट है। जो खुकरी क्लास के कार्वेट किर्लोस्कर ग्रुप द्वारा लाइसेंस के तहत भारत में असेंबल किए गए डीजल इंजन से लैस हैं।
यह हथियारों और सेंसरों की एक श्रृंखला से सुसज्जित है ।
लगभग 12 अधिकारियों और 100 नाविकों द्वारा संचालित, जहाज 90 मीटर लंबा और 10.45 मीटर चौड़ा है और अधिकतम 1450 टन का विस्थापन है।
यह 1991 में अपनी स्थापना के बाद से भारतीय नौसेना के पूर्वी बेड़े का एक अभिन्न अंग रहा है और पिछले 32 वर्षों में विभिन्न परिचालन और मानवीय सहायता कार्यों में भाग लिया है।
महत्त्व
भारतीय नौसेना से वीपीएन में आईएनएस कृपाण का स्थानांतरण हिंद महासागर क्षेत्र में भारतीय नौसेना के ‘पसंदीदा सुरक्षा भागीदार’ होने की स्थिति का प्रतीक है और यह निश्चित रूप से दोनों नौसेनाओं के बीच मौजूदा द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने के लिए उत्प्रेरक होगा।
आईएनएस कृपाण का वियतनाम में स्थानांतरण भारत के ‘वसुधैव कुटुंबकम’ और ‘क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास (एसएजीएआर)’ के दृष्टिकोण को प्रतिबिंबित करता है।
स्रोत – द हिन्दू