आंध्र प्रदेश के 3 स्मारक ‘आदर्श स्मारक’ (Adarash Smarak) के रूप में चिन्हित
केंद्र सरकार द्वारा चालू की गई ‘आदर्श स्मारक योजना’ (Adarsh Smarak Scheme) के अंतर्गत आंध्र प्रदेश राज्य में 3 स्मारकों की पहचान की गई है।
जिससे अब इन स्मारकों को अतिरिक्त सुविधाएं प्रदान की जाएंगी और इन्हें और अधिक पर्यटक-अनुकूल स्थल बनाए जाने के लिए प्रयास किया जाएगा।
मुख्य बिंदु
- केंद्रीय पर्यटन, संस्कृति और पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास मंत्री जी. किशन रेड्डी ने इन आदर्श स्मारकों की घोषणा की।
- आदर्श स्मारक योजना के तहत शामिल किये गए स्थल – श्रीकाकुलम के सालिहुंडम में बौद्ध अवशेष, गुंटूर में नागार्जुनकोंडा और अनंतपुर में वीरभद्र मंदिर (लेपाक्षी) के स्मारकों का चयन किया गया है।
- इन सभी स्थलों को कैफेटेरिया, वाई-फाई, ब्रेलसाइनेज, इंटरप्रिटेशन सेंटर, रोशनी आदि जैसी विभिन्न अतिरिक्त सुविधाएं से सुसज्जित किया जाएगा ।
- आंध्र प्रदेश में 135 स्थल हैं जो केंद्रीय रूप से संरक्षित स्मारक हैं, और उन्हें नियमित रूप से विभिन्न अपग्रेडेशन सुविधाएं प्रदान की जाती हैं।
आदर्श स्मारक योजना (Adarsh Smarak Scheme)
- यह योजना संस्कृति मंत्रालय द्वारा वर्ष 2014 में ऐतिहासिक स्मारकों में आगंतुकों (मुख्यतः शारीरिक रूप से अक्षम लोग) को बेहतर सुविधाएँ उपलब्ध कराने लिये आरंभ की गई थी।
- भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण (Archaeological Survey of India-ASI) द्वारा संरक्षित कुल 100 स्मारकों को इस योजना के तहत आदर्श स्मारक के रूप में विकसित किया जा रहा है।इन स्थलों पर नागरिक सुविधाओं में वृद्धि का प्रयास किया जा रहा है।
उद्देश्य:
- स्मारकों को पर्यटक अनुकूल बनाना।
- कैफेटेरिया,प्रसाधन कक्ष, पेय जल और वाई-फाई जैसी सुविधाएँ उपलब्ध कराना और यदि ये सुविधाएँ पहले से ही मौजूद हैं तो उन्हें अपग्रेड करना आदि ।
- व्याख्यान और ऑडियो-वीडियो केंद्रों की व्यवस्था की करना।
- गंदे पानी और अपशिष्टों का निस्तारणसाथ हीरेनवाटर हार्वेस्टिंग प्रणाली की व्यवस्था करना।
- स्मारकों को दिव्यांगों के अनुकूल बनाना।
- स्वच्छ भारत अभियान को कार्यान्वनित करना।
स्रोत – पी आई बी