असम का बरनाडी वन्यजीव अभयारण्य
असम का बरनाडी वन्यजीव अभयारण्य
हाल ही में, वर्ल्ड वाइड फंड फॉर नेचर-इंडिया (WWF-India ) ने अपनी खोज के दौरान असम के ‘बरनाडी वन्यजीव अभयारण्य’ (Barnadi Wildlife Sanctuary) में कुछ बाघों को पाया है ।
मुख्य बिंदु
- यह अभयारण्य असम के सबसे छोटे वन्यजीव अभयारण्यों में से एक है जिसका क्षेत्रफल 26.22 वर्ग कि.मी. के क्षेत्र में फैला हुआ है। यह अभयारण्य उत्तरी असम के बक्सा और उदालगुरी ज़िलों में भूटान की सीमा के क्षेत्र को मिलकर निर्मित होता है। अभयारण्य पश्चिम में बरनाडी और पूर्व में नलपारा नदी से घिरा हुआ है।
- वर्ष 1980 में असम सरकार द्वारा इसे वन्यजीव अभयारण्य का दर्जा दिया गया। इस अभ्यारण्य की स्थापना विशेष रूप से पिग्मी हॉग (Sus salvanius) और हिस्पिड हेयर (Caprolagus hispidus) को संरक्षण प्रदान करने के लिए की गई थी।
जैव-विविधता:
- इस क्षेत्र में एशियाई हाथी, बाघ/टाइगर और गौर जैसी संकटग्रस्त प्रजातियाँ पाई जाती हैं।
- ‘बरनाडी वन्यजीव अभयारण्य’के लगभग 60 प्रतिशत भाग को चरागाह के रूप में दर्ज किया गया है, इसमें से अधिकांश क्षेत्र अब घास वाला वनप्रदेश या जंगल हैं।
- अभयारण्य का वन क्षेत्र उष्णकटिबंधीय नम पर्णपाती प्रकार के हैं जो कि उत्तरी किनारे पर पाए जाते हैं तथा दक्षिणी भागों में कुछ वृक्षों के साथ मिश्रित झाड़ियाँ और घास के मैदान हैं।
- यहाँ की प्राकृतिक वनस्पतियों को बॉम्बेक्स सेइबा, टेक्टोना ग्रैंडिस और यूकेलिप्टस के व्यावसायिक वृक्षारोपण तथा सैकरम, कुछ मात्रा में फ्राग्माइट्स और थीम्डा जैसी छप्पर घास द्वारा प्रतिस्थापित किया गया है।
असम में अन्य संरक्षित क्षेत्र:
- डिब्रू-सैखोवा राष्ट्रीय उद्यान
- मानस राष्ट्रीय उद्यान
- नामेरी राष्ट्रीय उद्यान
- राजीव गांधी ओरंग राष्ट्रीय उद्यान
- काज़ीरंगा राष्ट्रीय उद्यान
स्रोत – द हिन्दू
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