अल्पसंख्यक बहुल क्षेत्रों में प्रधानमंत्री जन विकास कार्यक्रम का क्रियान्वयन
अल्पसंख्यक बहुल क्षेत्रों में प्रधानमंत्री जन विकास कार्यक्रम का क्रियान्वयन
अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा देश के चिन्हित अल्पसंख्यक बहुल क्षेत्रों (Minority Concentration Areas – MCAs) में ‘प्रधानमंत्री जन विकास कार्यक्रम’ को लागू किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री जन विकास कार्यक्रम के बारे में
- वर्ष 2018 में पूर्ववर्ती ‘बहु-क्षेत्रीय विकास कार्यक्रम’ (Multi-sectoral Development Programme-MsDP) के प्रभावी कार्यान्वयन हेतु केंद्र सरकार द्वारा इसका नाम बदलकर इसे पुनर्गठित करके ‘प्रधान मंत्री जन विकास कार्यक्रम’ (PMJVK) के रूप में स्थापित कर दिया गया है।
- PMJVK का मुख्य उद्देश्य, अल्पसंख्यक समुदायों को बेहतर सामाजिक-आर्थिक अवसंरचना सुविधाएं प्रदान करना है।
कार्यक्रम के अंतर्गत विशेष केन्द्रित क्षेत्रों हेतु निधियों का आवंटन:
- ‘प्रधान मंत्री जन विकास कार्यक्रम’ के तहत 80 प्रतिशत संसाधन, शिक्षा, स्वास्थ्य और कौशल विकास से संबंधित परियोजनाओं के लिए निर्धारित हैं।
- इस कार्यक्रम के तहत 33प्रतिशत से 40 प्रतिशत संसाधन, विशेष रूप से महिला केंद्रित परियोजनाओं के लिए आवंटित किए जाएंगे।
‘प्रधान मंत्री जन विकास कार्यक्रम’ के लाभार्थी:
- PMJVK के संदर्भ में, राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग अधिनियम, 1992 की धारा 2 (ग )के तहत अल्पसंख्यक समुदायों के रूप में अधिसूचित समुदायों को अल्पसंख्यक समुदाय का दर्जा दिया जाएगा।
- इस अधिनियम के अंतर्गत, वर्तमान में 6 समुदायों अर्थात् ‘मुस्लिम, सिख, ईसाई, बौद्ध, पारसी और जैन’ को अल्पसंख्यक समुदायों के रूप में अधिसूचित किया गया है।
स्रोत:पीआईबी
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