अरावली जंगल सफारी
अरावली सफारी पार्क को तीन चरणों में विकसित किया जाएगा, और पहला चरण लगभग दो साल में पूरा होने की उम्मीद है।
प्रमुख बिंदु:
- जंगल सफारी हरियाणा के गुड़गांव और नूंह जिलों में 10,000 एकड़ भूमि पर स्थापित होगी। इस सफारी का लक्ष्य स्थानीय/देशी वनस्पतियों और जीवों की संरक्षण करना है। पारिस्थितिकी को संरक्षित और समृद्ध करने के लिए समग्र मृदा जल व्यवस्था में सुधार करना।
- भूजल पुनर्भरण, वन्य जीवों के आवास में सुधार,स्थानीय मौसम,CO2 और अन्य प्रदूषकों के लिए सिंक के रूप में विकसित करना है। क्षेत्र की प्राकृतिक विरासत का संरक्षण एवं लोगों में पर्यावरण जागरूकता को बढ़ावा देना। सफारी में सभी प्रकार के पशु-पक्षियों को शामिल किया जायेगा।
- यह प्रवासी पक्षियों के संरक्षण एवं लुप्तप्राय जानवरों के रखरखाव और सुरक्षा के केंद्र के रूप में विकसित किया जायेगा। अरावली सफारी बाघ के लिए एक उपयुक्त निवास स्थान होगा। चीतल, सांभर, हिरण, नीले बैल, भौंकने वाले हिरण और ब्लैकबक जैसी प्रजातियों को सफारी में रखे जाने की योजना है।
- इस तरह की दुनिया की सबसे बड़ी सफारी शारजाह में है, जो 800 हेक्टेयर में फैला है साथ ही 120 प्रजातियों का आवास स्थल है। यह परियोजना दुनिया में इस तरह की सबसे बड़ी परियोजना होगी। इस परियोजना में एक बड़ा हरपेटेरियम, एक पक्षीशाला, एक ‘बिग कैट’ क्षेत्र और प्राकृतिक पर्यटन क्षेत्र स्थापित करने का प्रस्ताव है।
स्रोत : इंडियन एक्सप्रेस