अमेरिकी संविधान का 25वां संशोधन
- हाल ही में अमेरिकी संविधान के 25वें संशोधन को लागू करने की मांग पर विवाद फैला हुआ है।ज्ञातव्य हो कि डोनाल्ड ट्रम्प समर्थकों द्वारा अमेरिकी संसद कैपिटल हिल में उपद्रव मचाने के बाद कई लोगों ने उपराष्ट्रपति माइक पेंस से अमेरिकी संविधान के 25वें संशोधन को लागू करने की मांग की है।
- 25वें संशोधन को संयुक्त राज्य अमेरिका के संविधान मेंवर्ष1967 के संशोधनके रूप में जाना जाता है।
- इस संशोधन के माध्यम से राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के पदों के रिक्त होने एवं अयोग्यता से संबंधित उत्तराधिकार नियमों को निर्धारित किया गया है।
- यह संशोधन अमेरिकी कांग्रेस द्वारा 6 जुलाई, 1965 को प्रस्तावित किया गया था और 10 फरवरी, 1967 को पारित किया गया था।
मुख्यतः पच्चीसवें संशोधन में चार अनुच्छेद हैं:
- पहले अनुच्छेद में,राष्ट्रपति की मृत्यु होने पर पारंपरिक उत्तराधिकार प्रक्रिया को संहिताबद्ध किया गया है, जिसके तहत उपराष्ट्रपति, कार्यकाल पूरे होने तक राष्ट्रपति के पद पर कार्य करेगा। इसमें राष्ट्रपति के पद से इस्तीफा देने पर उपराष्ट्रपति की पदोन्नति के बारे में भी परिवर्तन किया गया है।
- संशोधन का दूसरा अनुच्छेद उपराष्ट्रपति के पद की रिक्ति के संबंध में प्रावधान करता है।
- तीसरे अनुच्छेद में‘राष्ट्रपति पद’ की शक्तियों और कर्तव्यों के निर्वहन हेतु राष्ट्रपति की क्षमताओं का निर्धारण करने के लिए औपचारिक प्रक्रिया निर्धारित की गयी है। यदि राष्ट्रपति अपनी असमर्थताओं की घोषणा करने में सक्षम है, तो उपराष्ट्रपति कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में कार्यभार संभालेगा।
- संशोधन के चौथे अनुच्छेद में प्रावधान किया गया है, कि यदि राष्ट्रपति अपनी अक्षमता घोषित करने में असमर्थ होता है, तो उपराष्ट्रपति और कैबिनेट संयुक्त रूप से इसकी जांच करेंगे। इस स्थिति में उपराष्ट्रपति, तत्काल ही कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में कार्यभार संभालेंगे।
- राष्ट्रपति ट्रम्प के खिलाफ उपराष्ट्रपति पेंस से 25वें संशोधन के चौथे अनुच्छेद को ही लागू किये जाने की मांग की जा रही है।
पच्चीसवें संशोधन का अतीत में इस्तेमाल:
- अमेरिकीराष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी की हत्या के बादकांग्रेस द्वारा पच्चीसवें संशोधन को 6 जुलाई, 1965 को प्रस्तावित किया गया था और 10 फरवरी, 1967 को अमेरिकी राज्यों द्वारा इसकी पुष्टि की गई थी।
- पच्चीसवें संशोधन केचौथे अनुच्छेदको अभी तक कभी भी लागू नहीं किया गया है।
डोनाल्ड ट्रम्प समर्थकों द्वारा कैपिटल हिल में उपद्रव का कारण:
- राष्ट्रपति ट्रम्प, बिना किसी वैध सबूत के, बार-बार जोर देकर कह रहे हैं कि नवंबर में हुए राष्ट्रपति चुनाव में धांधली हुई थी।
- अमेरिकी कांग्रेस के सदस्य इलेक्टोरल कॉलेज के वोटों की गणना की पुष्टि करने हेतु अमेरिकी संसद कैपिटल हिल में एकत्रित हुए थे। अमेरिकी कांग्रेस द्वारा मतों की पुष्टि होने के बाद 20 जनवरी को जो बाइडन द्वारा औपचारिक रूप से पदभार संभालने का मार्ग प्रशस्त हो जाता। ट्रम्प ने इसी दौरान समर्थकों से अपनी आवाज अमेरिकी कांग्रेस सुनाने के लिए प्रेरित किया।
स्रोत – इंडियन एक्सप्रेस