अमेरिकी में चीन के विकासशील देश के दर्जे को समाप्त करने के लिए कानून
हाल ही में अमेरिकी सीनेट की एक समिति ने चीन के “विकासशील देश” के दर्जे को समाप्त करने के लिए कानून को मंजूरी दे दी है।
- यह कानून एक अमेरिकी नीति का मार्ग प्रशस्त करेगा। इस नीति के तहत भविष्य में होने वाली संधियों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों में चीन के साथ एक विकासशील देश के रूप में व्यवहार नहीं किया जाएगा। इससे पहले, इसी तरह का एक कानून अमेरिकी हाउस ऑफ रेप्रेसेंटेटिव ने भी पारित किया था।
- इस कानून के तहत यह दावा किया गया है कि चीन को अब एक विकासशील देश नहीं माना जा सकता है। इसका कारण उसकी विस्तृत अर्थव्यवस्था, सैन्य शक्ति और दुनिया भर में उसके द्वारा किया जा रहा व्यापक निवेश है।
- विश्व व्यापार संगठन (WTO) ने ‘विकसित’ और ‘विकासशील देशों को परिभाषित नहीं किया है। इस कारण सदस्य देश स्वयं ही यह घोषणा करने के लिए स्वतंत्र हैं कि वे ‘विकसित’ हैं या ‘विकासशील’ ।
- संयुक्त राष्ट्र ने भी विकासशील देशों की कोई औपचारिक परिभाषा निर्धारित नहीं की है। फिर भी वह निगरानी संबंधी कार्यों के लिए इस शब्द का उपयोग करता रहता है।
विकासशील देश के दर्जे के लाभ:
- ऐसे देशों के साथ वैश्विक बाजार, ऋण तक पहुंच, सरकारी समर्थन में कमी होने व अंतर्राष्ट्रीय संगठनों से तकनीकी सहायता प्राप्त करने के मामले में तरजीही व्यवहार किया जाता है।
- विश्व व्यापार संगठन के किसी समझौते को पूरी तरह से लागू करने के लिए विकासशील देशों को कुछ अतिरिक्त समय दिया जाता है।
- कुछ विकसित देश विकासशील देशों को एकतरफा वरीयता योजनाओं का लाभ प्रदान करते हैं, जैसे- संयुक्त राज्य अमेरिका की जनरलाइज्ड सिस्टम ऑफ प्रेफरेंसेज (GSP) योजना
- विकासशील देशों के साथ जलवायु परिवर्तन की जिम्मेदारियों जैसे मुद्दों के संबंध में अनुकूल व्यवहार किया जाता है।
स्रोत – द इकोनॉमिक्स टाइम्स