अमेरिका का ईगल एक्ट (EAGLE Act)
हाल ही में ,अमेरिका के ‘हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव’ ने रोजगार आधारित ग्रीन कार्ड पर प्रति देश की सीमा को खत्म करने के लिए एक कानून पेश किया है।
इस क़ानून को ही “ईगल एक्ट” के नाम से जाना जाता है। इससे पहले इसे भारतीय आईटी पेशेवरों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से पेश किया गया था,जो दशकों से ग्रीन कार्ड के लिए इंतजार कर रहे हैं।
ईगल एक्ट, 2021 क्या है?
- EAGLE Act को “Equal Access to Green cards for Legal Employment Act” भी कहा जाता है। यह रोजगार-आधारित अप्रवासी वीजा पर प्रति देश 7 प्रतिशत की सीमा को समाप्त करने का प्रावधान करता है। इस एक्ट के माध्यम से वीजा पर प्रति देश 7 प्रतिशत की सीमा को बढ़ाकर 15 % करने का भी प्रयास किया जा रहा है।
यह भारतीयों की कैसे मदद करेगा?
- वर्तमान समय में प्रति देश 7 प्रतिशत की सीमा के चलते भारत जैसे बड़ी आबादी वाले देश के ऐसे व्यक्ति जो असाधारण योग्यता रखते हैं, और जो अमेरिकी अर्थव्यवस्था में योगदान कर सकता है और रोजगार भी पैदा कर सकता है,वीजा न मिलने से वंचित रह जाते है, जबकि छोटे देश से कम योग्यता वाले व्यक्ति को बीजा मिल जाता है। इस प्रकार, यह नया कानून भारतीय पेशेवरों के लिए प्रतीक्षा समय को कम करेगा।
अमेरिका में भारतीय प्रवासी
- भारत से अमेरिका में आप्रवासन 19वीं शताब्दी की प्रारंभ हुआ था ,जब भारतीय अप्रवासी पश्चिमी तट के साथ समुदायों में बसने लगे। वे मूल रूप से कम संख्या में पहुंचे लेकिन 20 वीं शताब्दी के मध्य में नए अवसरों के खुलने के बाद जनसंख्या में वृद्धि हुई।
- 2019 तक, 7 मिलियन से अधिक भारतीय अप्रवासी अमेरिका में रहते हैं। भारतीय अप्रवासी अमेरिका में विदेशी मूल की आबादी का 16% प्रतिशत हिस्सा हैं। इस प्रकार, वे मेक्सिको के बाद देश में दूसरा सबसे बड़ा अप्रवासी समूह हैं।
स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस