अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत 508 रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास
हाल ही में प्रधान मंत्री ने अमृत भारत स्टेशन योजना (ABSS) के तहत 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला रखी है।
इस योजना के तहत रेलवे स्टेशनों पर अत्याधुनिक सार्वजनिक परिवहन तथा विश्व-स्तरीय सुविधाएं प्रदान की जाएंगी ।
विदित हो कि सम्पूर्ण भारत में रेलवे स्टेशनों को आधुनिक बनाने और बढ़ाने के उद्देश्य से फरवरी 2023 में रेल मंत्रालय द्वारा अमृत भारत स्टेशन योजना (एबीएसएस) शुरू की गई थी ।
योजना का उद्देश्य:
- न्यूनतम आवश्यक सुविधाओं से परे सुविधाओं में सुधार; स्टेशनों के भीतर रूफ प्लाजा और सिटी सेंटर का निर्माण; नई सुविधाएं शुरू करना और मौजूदा सुविधाओं का उन्नयन करना ।
- यह लंबी अवधि के लिए मास्टर प्लानिंग पर आधारित है। साथ ही, मास्टर प्लान का कार्यान्वयन रेलवे स्टेशन की जरूरतों के अनुसार होगा।
- स्टेशनों को स्टेशन के चारों ओर केंद्रित समग्र शहरी विकास के लिए एकीकृत दृष्टिकोण के आधार पर ‘सिटी सेंटर’ के रूप में विकसित किया जाएगा।
आधुनिकीकरण के लिए भारतीय रेलवे द्वारा की गई पहलें :
- ट्रेन का आधुनिकीकरण: स्वदेशी रूप से विकसित वंदे भारत रेलगाड़ियां, विस्टाडोम कोच, अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त स्मार्ट कोच, मालगाड़ियों की गति में वृद्धि जैसी पहलों से रेलगाड़ियों का आधुनिकीकरण किया जाएगा।
- थीम-प्रेरित डिज़ाइन : स्टेशनों को स्थानीय स्थलों और सांस्कृतिक तत्वों को एकीकृत करते हुए विशिष्ट विषयों के आधार पर डिजाइन किया जाएगा। उदाहरण के लिए, जयपुर स्टेशन के डिज़ाइन में राजस्थान के प्रतिष्ठित हवा महल और आमेर किले जैसे तत्व शामिल होंगे।
- सिग्नलिंग और सुरक्षा प्रणालियां: इनमें ट्रैकिंग के लिए रियल टाइम इंफॉर्मेशन सिस्टम (RTIS), लिंक हॉफमैन बुश (LHB) कोच, स्वदेशी रूप से विकसित ट्रेन टक्कर बचाव प्रणाली- कवच, इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम जैसी नई विशेषताएं शामिल हैं ।
- हरित भवन मानक: डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (DFCs) की स्थापना, सभी रेलवे पटरियों के विद्युतीकरण का कार्य पूरा करके 2030 तक रेलवे को शून्य कार्बन उत्सर्जक संस्था बनाना जैसी पहलों से इस लक्ष्य की प्राप्ति की जाएगी ।
अन्य पहलें :
ब्रॉड गेज पर सभी मानव रहित लेवल क्रॉसिंग को समाप्त कर दिया जाएगा, स्टेशनों पर वाई-फाई सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी, एक स्टेशन एक उत्पाद योजना शुरू की जाएगी आदि ।
स्रोत – पी.आई.बी.