प्रश्न – दक्षिण अफ्रीका में प्रचलित रंगभेद नीति को समाप्त करने हेतु किए गए संघर्ष का एक संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत कीजिए। – 16 August 2021
उत्तर –
रंगभेद की नीति 20वीं शताब्दी में दक्षिण अफ्रीका में अल्पसंख्यक श्वेतलोगों के शासन के अंतर्गत स्थानीय दक्षिण अफ़्रीकी एवं अन्य अश्वेत आप्रवासियों के विरुद्ध क्रूरतापूर्ण रंगभेदी भेदभाव की राजनीतिक एवं आर्थिक व्यवस्था को प्रदर्शित करती है।
दक्षिण अफ्रीका में प्रचलित रंगभेद नीति को समाप्त करने हेतु उठाए गए कदम:
- रंगभेद की नीति के विरुद्ध नागरिक प्रतिरोध गांधीवादी विचारों सत्याग्रह एवं अहिंसा पर आधारित था।
- वर्ष 1912 में स्थापित अफ्रीकन नेशनल कांग्रेस (ANC) शीघ्र ही देश की 80% गैर-यूरोपीय जनसंख्या के नस्लीय उत्पीड़न का विरोध करने वाली प्रमुख शक्ति के रूप में उभरी।
- संघर्ष के प्रारंभिक चार दशकों के दौरान अफ्रीकन नेशनल कांग्रेस द्वारा संघर्ष के वैधानिक तरीकों का उपयोग किया गया, परंतु 1950 के दशक के पश्चात अधिक आक्रामक अहिंसक प्रत्यक्ष कार्रवाई का उपयोग करना प्रारंभ कर दिया गया।
- अपनी अहिंसक गतिविधियों द्वारा अपेक्षित परिणाम प्राप्त करने में असमर्थ होने पर हतोत्साहित होकरअफ्रीकन नेशनल कांग्रेसनेताओं (नेल्सन मंडेला और अन्य) ने सशस्त्र विद्रोह का आह्वान किया।
- अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर रंगभेद की नीति की तीव्र आलोचना की गयी।
- संयुक्त राष्ट्र के मंच से भी रंगभेद का विरोध किया गया।
निष्कर्ष:
अंततः 1992 में दक्षिण अफ्रीकी श्वेत सरकार ने अंतर्राष्ट्रीय दबाव में अल्पसंख्यक शासन एवं रंगभेद को समाप्त करने को स्वीकृति प्रदान की। इसके पश्चात संपन्न हुए प्रथम स्वतंत्र चुनाव में नेल्सन मंडेला को नव गठित दक्षिण अफ्रीका के प्रथम राष्ट्रपति के रूप में निर्वाचित किया गया।