अनुवर्ती सार्वजनिक निर्गम (Follow on Public Offer: FPO)
हाल ही में अदानी एंटरप्राइजेज ने अपना ‘अनुवर्ती सार्वजनिक निर्गम’ (Follow on Public Offer: FPO) वापस ले लिया था। जिस वजह से FPO चर्चा का विषय बना हुआ है।
FPO क्या है ?
फॉलो पब्लिक ऑफर FPO (Follow on Public Offer) एक प्रक्रिया है जिसके द्वारा कोई कंपनी, जो पहले से ही किसी स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध है, निवेशकों या मौजूदा शेयरधारकों, आमतौर पर प्रमोटरों को नए शेयर जारी करती है।
FPO का उपयोग कंपनियां अपने इक्विटी बेस में विविधता लाने के लिए करती हैं। FPO को सेकेंडरी इशू के रूप में भी जाना जाता है।
विदित हो कि एक कंपनी ‘आरंभिक सार्वजनिक निर्गम’(IPO) की प्रक्रिया से गुजरने के बाद FPO का उपयोग करती है
अर्थात ‘अनुवर्ती सार्वजनिक निर्गम’(FPO) ‘आरंभिक सार्वजनिक निर्गम’(IPO) के बाद निवेशकों को शेयरों का अतिरिक्त निर्गमन है।
इसे निम्नलिखित उद्देश्यों के लिए जारी किया जाता है:
इक्विटी बेस में विविधता लाने के लिए,
कंपनी के विस्तार हेतु अतिरिक्त पूंजी जुटाने के लिए, और ऋण का भुगतान करने के लिए ।
FPO के प्रकार:
डिल्यूटिव FPO : इसके तहत कंपनी पूंजी जुटाने के लिए जनता को अतिरिक्त नए शेयर जारी करती है
नॉन–डिल्यूटिव FPO : इसके तहत सबसे बड़े शेयरधारक अपने मौजूदा निजी शेयरों को जारी करते हैं।
एट-द–मार्केट FPO : इसके तहत कंपनियों को रियल-टाइम में शेयरों के मौजूदा बाजार मूल्य पर पूंजी जुटाने की अनुमति प्रदान की जाती है।
स्रोत – द हिन्दू