ऑडिट के बावजूद महाराष्ट्र के अस्पताल में अग्निशमन व्यवस्था नहीं थी
महाराष्ट्र के एक सिविल अस्पताल के ICU में भीषण आग की घटना ने भारत में इमारतों की अग्नि रोधी सुरक्षा सरंचना (अग्निशमन व्यवस्था)की ओर ध्यान आकर्षित कर दिया है।
इस तरह की पिछली घटनाओं से पता चला है कि आग की ज्यादातर दुर्घटनाएं तीन प्रमुख कारणों से होती हैं: शॉर्ट सर्किट होना और गैस सिलेंडर/स्टोव फटना, मानवीय लापरवाही और गलत आदतें।
भारत में अग्नि सुरक्षा सरंचना (अग्निशमन व्यवस्था) –
- अग्निशमन सेवा राज्य सूची का एक विषय है। इसे अनुच्छेद 243 (W) के तहत संविधान की बारहवीं अनुसूची में नगर पालिका के कार्य के रूप में शामिल किया गया है।
- वर्ष 2001 में भुज में आए भूकंप के पश्चात् वर्ष 2003 में, केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय ने इमारतों की सुरक्षा और राज्य सरकारों के मार्गदर्शन हेतु आदर्श भवन उप-नियम तैयार करने की इच्छा व्यक्त की थी।
- भारत की राष्ट्रीय भवन निर्माण संहिता, 2016 के भाग 4 का शीर्षक “फायर एण्ड लाइफ सेफ्टी” है। इसमें अग्नि की रोकथाम, अग्नि से जीवन की सुरक्षा और इमारतों की अग्नि सुरक्षा से संबंधित अर्हताओं को शामिल किया गया है।
- यह संहिता भवन के लिए निर्माण स्थल और खाली जगह के बारे में, निर्माण संबंधी पहलुओं, निकास आवश्यकताओं और सुरक्षा सुविधाओं को निर्दिष्ट करताहै। ये सभी आग लगने पर जीवन और संपत्ति को होने वाले संभावित नुकसान से बचाने के लिए आवश्यक हैं।
स्रोत – द हिन्दू