‘अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन’ (ILO) की गवर्निंग बॉडी के अध्यक्ष के रूप में भारत का कार्यकाल समाप्त
‘अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन’ (ILO) की गवर्निंग बॉडी के अध्यक्ष के रूप में भारत का कार्यकाल समाप्त
हाल ही में, अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (International Labor Organisation – ILO) की ‘शासी निकाय’(गवर्निंग बॉडी) के अध्यक्ष के रूप में भारत का कार्यकाल समाप्त हो गया है ।
विदित हो कि वर्ष 2020 में , भारत ने 35 वर्षों के अंतराल के पश्चात अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन के शासी निकाय की अध्यक्षता ग्रहण की थी।भारत का ILO में यह कार्यकाल अक्टूबर 2020 से जून 2021 तक रहा था ।
‘गवर्निंग बॉडी’ के बारे में:
यह अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन का शीर्ष कार्यकारी निकाय है। यह निकाय ILO की नीतियों, कार्यक्रमों, एजेंडा, बजट का निर्धारण तथा महानिदेशक के चुनाव में मुख्य भूमिका निभाती है। इसकी बैठक जिनेवा, स्विट्ज़रलैंड में होती है।
अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO)के बारे में:
- ILO की स्थापना, प्रथम विश्व युद्ध के पश्चात ‘लीग ऑफ़ नेशंस’ के लिए एक एजेंसी के रूप में की गयी थी।वर्ष 1919 में इसे ‘वर्साय की संधि’ (Treaty of Versailles) द्वारा स्थापित किया गया था।
- वर्ष 1946 में ‘अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन, ‘संयुक्त राष्ट्र’ (United Nations– UN) की पहली विशिष्ट एजेंसी बन गया। इसका मुख्यालय जिनेवा, स्विट्जरलैंड में है । वर्ष 1969 में इसे अपने कार्यों के लिए ‘नोबेल शांति पुरस्कार’ प्रदान किया गया।
- यह संयुक्त राष्ट्र की ऐसी एकमात्र त्रिपक्षीय एजेंसी है, जिसमे सरकारें, नियोक्ता और श्रमिक एक साथ शामिल होते है।
ILO द्वारा प्रकाशित प्रमुख रिपोर्ट्स:
- विश्व रोजगार और सामाजिक आउटलुक (World Employment and Social Outlook)
- वैश्विक वेतन रिपोर्ट (Global Wage Report)
स्रोत : द हिन्दू
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