ग्रेट निकोबार द्वीप में अंतर्राष्ट्रीय कंटेनर ट्रांसशिपमेंट पोर्ट (ICTT) का निर्माण शुरू
हाल ही में केंद्र सरकार ने ग्रेट निकोबार द्वीप (GNI) में अंतर्राष्ट्रीय कंटेनर ट्रांसशिपमेंट पोर्ट (ICTT) के निर्माण की प्रक्रिया शुरू की है।
इस परियोजना के सरकार और सार्वजनिक निजी भागीदार (PPP) रियायतग्राही दोनों के निवेश सहित 41,000 करोड़ रुपये के निवेश से पूरा होने की संभावना है।
पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय (MoPSW) ने GNI के समग्र विकास के हिस्से के रूप में, गैलाथिया खाड़ी में ICTT के निर्माण के लिए अभिरुचि की अभिव्यक्ति आमंत्रित की है।
वर्ष 2021 में, ICTT के निर्माण के लिए संपूर्ण गैलाथिया की खाड़ी को वन्यजीव अभयारण्य की सूची से हटा दिया गया था। यह विशाल लेदरबैक कछुओं के लिए भारत में सबसे बड़ा नेस्टिंग स्थल है।
कोलकाता स्थित श्यामा प्रसाद मुखर्जी पोर्ट इसके कार्यान्वयन के लिए नोडल एजेंसी है।
ट्रांसशिपमेंट पोर्ट अलग-अलग पोतों के बीच बड़े कार्गो के संचालन का एक केंद्र होता है। इन बंदरगाहों से कार्गो को रेल, सड़क या जलमार्ग के माध्यम से अंतर्देशीय क्षेत्रों में भेजने की बजाय उसे दूसरे बंदरगाहों तक पहुंचाया जाता है।
ट्रांसशिपमेंट हब:
- एक ट्रांसशिपमेंट हब वह जगह है जहां कार्गो या कंटेनर को एक जहाज से दूसरे जहाज में लादा जाता है ताकि वह अपने अंतिम गंतव्य तक जा सके।
- यह बंदरगाह से अलग चीत है क्योंकि बंदरगाह पर जहाज से सामान को उतारकर देश के भीतरी भागों में रेलवे, सड़क, हवाई जहाज से लाया जाता है, वहीं ट्रांसशिपमेंट हब पर कार्गो को एक जहाज से दूसरे जहाज में लादा जाता है।
ग्रेट निकोबार: महत्व एवं चिंताएं
- ग्रेट निकोबार (Great Nicobar), निकोबार द्वीपसमूह (Nicobar Islands Archipelago) का सबसे दक्षिणी द्वीप है।
- अंडमान और निकोबार द्वीप समूह बंगाल की पूर्वी खाड़ी में लगभग 836 द्वीपों का एक समूह है, जिसके दो समूह 150 किलोमीटर चौड़े दस डिग्री चैनल (Ten Degree Channel) द्वारा अलग किए गए हैं। चैनल के उत्तर में अंडमान द्वीप और दक्षिण में निकोबार द्वीप समूह स्थित हैं।
- ग्रेट निकोबार द्वीप के दक्षिणी सिरे पर स्थित इंदिरा पॉइंट (Indira Point ) भारत का सबसे दक्षिणी बिंदु है, जो इंडोनेशियाई द्वीपसमूह के सबसे उत्तरी द्वीप से 150 किमी से भी कम दूरी पर है।
- ग्रेट निकोबार दो राष्ट्रीय उद्यानों (गैलाथिया बे नेशनल पार्क और कैंपबेल बे नेशनल पार्क), एक बायोस्फीयर रिजर्व (ग्रेट निकोबार बायोस्फीयर रिजर्व), और शोम्पेन और निकोबारी आदिवासी लोगों का घर है।
- केकड़ा खाने वाले मकाक, निकोबार ट्री श्रू, डुगोंग, निकोबार मेगापोड, सर्पेट ईगल, खारे पानी के मगरमच्छ, समुद्री कछुए और जालीदार अजगर इस द्वीप के लिए एंडेमिक और / या लुप्तप्राय प्रजातियां हैं।
- लगभग 200 की संख्या में मंगोलॉयड शोम्पेन जनजाति, विशेष रूप से नदियों और चैनल के किनारे बायोस्फीयर रिजर्व के जंगलों में रहते हैं।
- जनवरी 2021 में, नेशनल बोर्ड फॉर वाइल्डलाइफ (NBWL) की स्थायी समिति ने गैलाथिया बे वन्यजीव अभयारण्य को एक बंदरगाह के लिए साइट गैर-अधिसूचित कर दिया।
- गैलाथिया नदी के दोनों ओर के समुद्र तट विशाल लेदरबैक कछुए (giant leatherback turtle), जो दुनिया के सबसे बड़े समुद्री कछुए हैं, के लिए उत्तरी हिंद महासागर में सबसे महत्वपूर्ण नेस्टिंग स्थलों में से एक है।
स्रोत – पी.आई.बी