अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (IWAI) द्वारा 111 राष्ट्रीय जलमार्गों में से 25 को स्वीकृति
हाल ही में भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (IWAI) ने कार्गो व यात्री यातायात के लिए 111 राष्ट्रीय जलमार्गों में से 25 को स्वीकृति प्रदान की है ।
- पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय ने राज्यसभा में सूचित किया कि, इन जलमार्गों की पहचान IWAI द्वारा किए गए तकनीकी आर्थिक व्यवहार्यता सर्वेक्षण का परिणाम है।
- यह सर्वेक्षण जलमार्ग के विस्तार की पहचान और विकास के लिए किये जा रहे अभ्यासों का एक हिस्सा है। इन विस्तारों को पूर्ण आर्थिक गलियारों में विकसित किया जा सकता है। इससे कार्गो (मालवाहक पोत) और यात्रियों दोनों की आवाजाही की सुविधा मिलती है।
- इससे पहले, मंत्रालय ने देश में अंतर्देशीय जल परिवहन को बढ़ावा देने के अपने प्रयास में, राष्ट्रीय जलमार्ग अधिनियम, 2016 के तहत 111 जलमार्गों (5 मौजूदा और 106 नए) को राष्ट्रीय जलमार्ग किया था।
महत्व – अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण
- कोयला, फ्लाई-ऐश और लौह अयस्क जैसे बल्क कार्गो, अंतर्देशीय जल परिवहन (IWT) के माध्यम से परिवहन के किफायती और लागत प्रभावी विकल्प सिद्ध होंगे।
- इसके अतिरिक्त, अंतर्देशीय जल परिवहन (WT) रेल और सड़क की तुलना में परिवहन का पर्यावरण के अनुकूल तथा कम प्रदूषणकारी विकल्प है।
- सरकार द्वारा राष्ट्रीय जलमार्ग पर यातायात के विकास के लिए अन्य पहलों में लेवी और शुल्क संग्रह में सुधार, IWT मॉडल का उपयोग करके क्षेत्रीय व्यापार में वृद्धि, और रो-रो/रो-पैक्स सेवा आदि शामिल हैं।
- कुछ पोर्टल भी लॉन्च किए गए हैं, जैसे- हितधारकों के लिए कार्गो और क्रूज की आवाजाही के विश्लेषण एवं प्रसार के लिए कार्गो डेटा (CAR-D) पोर्टल। नदी नौवहन और बुनियादी ढांचे की जानकारी के संकलन के लिए पानी पोर्टल (पोर्टल फॉर एसेट एंड नेविगेशन इन्फॉर्मेशनः PANI/पानी) है।
स्रोत – द हिन्दू