अंतरिक्ष को संधारणीय बनाये रखने की आवश्यकता
हाल ही में, यूके स्पेस एजेंसी और सिक्योर वर्ल्ड फाउंडेशन ने अंतरिक्ष संधारणीयता (Space Sustainability) के लिए एक शिखर सम्मेलन आयोजित किया था।
सिक्योर वर्ल्ड फाउंडेशन बाह्य अंतरिक्ष के सहयोगात्मक और शांतिपूर्ण उपयोग को बढ़ावा देने वाला एक निजी संगठन है।
अंतरिक्ष संधारणीयता से तात्पर्य शांतिपूर्ण उद्देश्यों और सामाजिक-आर्थिक लाभ के लिए बाह्य अंतरिक्ष का उपयोग जारी रखने की संपूर्ण मानवता की क्षमता से है।
इसमें भावी पीढ़ियों के लिए बाह्य अंतरिक्ष को संरक्षित करते हुए वर्तमान पीढ़ियों की जरूरतों को पूरा करना शामिल है।
अंतरिक्ष संधारणीयता की आवश्यकता क्यों है?
- अगले दशक में उपग्रह प्रक्षेपणों की संख्या में वृद्धि से अंतरिक्ष कक्षा में भीड़ और टक्कर का खतरा बढ़ेगा। संधारणीयता के द्वारा इस खतरे को कम किया जा सकता है।
- निजी अंतरिक्ष संगठनों (स्पेसएक्स, ब्लू ओरिजिन आदि) के प्रवेश करने के कारण अंतरिक्ष मिशन में वृद्धि हुई है।
- उपग्रह-रोधी हथियार (ASAT) परीक्षणों का प्रदर्शन किया जा रहा है।
बाह्य अंतरिक्ष के सतत उपयोग के लिए पहल
- वर्ष 2019 में, बाह्य अंतरिक्ष के शांतिपूर्ण उपयोग (COPUOs) पर संयुक्त राष्ट्र समिति ने स्वैच्छिक व गैर-बाध्यकारी दिशा-निर्देशों को अपनाया था। ये दिशा-निर्देश बाह्य अंतरिक्ष गतिविधियों की दीर्घकालिक संधारणीयता सुनिश्चित करने पर लक्षित हैं।
- यूनाइटेड किंगडम ने संधारणीय अंतरिक्ष अन्वेषण के लिए आर्टेमिस एकॉर्ड्स पर आधारित ‘एस्ट्रो कार्टा’ की योजना बनाई है। आर्टेमिस एकॉर्ड चंद्र अन्वेषण और उससे आगे की खोज के लिए नासा के नेतृत्व वाला वैश्विक समझौता है।
- भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो/ISRO) ने अपनी अंतरिक्ष संपदाओं की सुरक्षा के लिए अंतरिक्ष मलबे पर निगरानी रखने हेतु ‘प्रोजेक्ट नेत्र’ शुरू किया है। इसरो अंतरिक्ष कक्षा में सेवा प्रदान करने के लिए SPADEX भी विकसित कर रहा है।
स्रोत –द हिन्दू